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Laxmikant Bajpai बने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, 14 की उम्र में जनसंघ से जुड़े, मेरठ से बने विधायक, पढ़ें राजनीतिक सफर

Lok Sabha Elections 2024 भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय संगठन का विस्तार किया है। 70 की उम्र पार कर चुके लक्ष्मीकांत को बड़ी जिम्मेदारी दी है मई 2022 में ही पार्टी ने उच्च सदन भेज दिया था। वहीं गौतमबुद्धनगर से राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर को भी केंद्रीय कार्यकारिणी में स्थान दिया गया है उन्हें राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। सुरेन्द्र नागर सपा से भाजपा में आए थे।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Sat, 29 Jul 2023 03:27 PM (IST)
मेरठ, जागरण संवाददाता। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राज्य सभा सदस्य डा.लक्ष्मीकान्त बाजपेयी को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा के कद्दावर नेता व यूपी से पार्टी के बड़े ब्राह्मण चेहरा लक्ष्मीकान्त को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। जबकि गौतमबुद्धनगर से राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर को राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा शनिवार को केंद्रीय पदाधिकारियों की घोषणा की गई।

झारखंड का बनाया था प्रभारी

मेरठ से राज्यसभा सदस्य डा.लक्ष्मीकान्त बाजपेयी को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया। डा.लक्ष्मीकान्त बाजपेयी से 2022 में पहले झारखंड के प्रभारी भी बनाए गए थे और उन्हें राज्यसभा में भाजपा का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया । डा.लक्ष्मीकान्त बाजपेयी उत्तर के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए ही भाजपा ने 2014 लोकसभा चुनाव में 73 सीटें जीती थीं। उन्होंने मुलायम सिंह यादव परिवार की बहू अपर्णा यादव, साढ़ू प्रमोद गुप्ता, रायबरेली की कांग्रेस विधायक अदिति सिंह समेत सपा के कई नेताओं को पार्टी में शामिल कराया था।

राजनीतिक करियर

  • डा.लक्ष्मीकान्त 14 साल की उम्र में जनसंघ से जुड़ गए थे।
  • उन्हें 1977 में जनता पार्टी के यूथ विंग का अध्‍यक्ष बनाया गया था।
  • 1980 में भाजपा मेरठ के महासचिव बने।
  • लक्ष्मीकान्त बाजपेयी उत्तर प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष भी बने।
  • 1989 में वह मेरठ की शहर सीट से पहली बार विधायक चुने गए।
  • 1993 में वे चुनाव हार गए।
  • 1996 में वह दूसरी बार एमएलए बने।
  • 2002 में वह फिर चुनाव जीते और प्रदेश सरकार में मंत्री रहे, लेकिन 2007 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
  • 2012 में वह फिर विधायक बने और दिसंबर 2012 में भाजपा ने उन्हें उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बना दिया।
  • वर्ष 2017 के विधानसभा में उन्हें फिर से निराशा हाथ लगी।
  • वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में लक्ष्मीकान्त बाजपेयी ने चुनाव न लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी।
  • भाजपा ने उन्हें ज्वाइनिंग कमेटी का अध्यक्ष बना दिया गया।
  • 70 की उम्र पार कर चुके लक्ष्मीकान्त को मई 2022 में ही पार्टी ने उच्च सदन भेज दिया।
लक्ष्मीकान्त बाजपेयी भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। भाजपा में प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। अब राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। यानी संगठन में लगातार उनका प्रमोशन हुआ। 
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